पीएमएफबीवाई का शुभारंभ खरीफ के मौसम से २०१६ में किया गया था और इसने भारत में मॉडिफाइड नेशनल एग्रीकल्चर इंश्योरेंस स्कीम्स की जगह ली.
मुख्य खूबियों के लिए अधिक पढ़ेंहमारे गांव में सभी किसानों को बारिश की कमी के कारण ज्वार की उपज कम मिली. लेकिन मैने पीएमएफबीवाई में नामांकन करवा रखा था और मुझे फ्यूजर जेनेराली इंश्योरेंस कंपनी के माध्यम से फसल बीमा कवर मिला. मुझे मेरे नुकसानों के लिए दावे की राशि और मुआवजा मिला.
— किरण अवाले
(गांव - जाहुर, जिला - नांदेड)
बेमौसम बरसात के कारण किसानों को भारी नुकसान सहना पड़ा लेकिन फ्यूचर जेनेराली इंश्योरेंस कंपनी ने पीएमएफबीवाई के तहत हमारे दावों का भुगतान किया और इस संकट के समय में हमें आर्थिक स्थिरता प्रदान की. हर किसान को स्कीम का लाभ लेना चाहिए.
— घेवराम चौधरी
(जिला - पाली)
साल २०१९ में भारी बारिश और बाढ़ के कारण फसलों का खूब नुकसान हुआ. फ्यूचर जेनेराली इंडिया इंश्योरेंस कंपनी ने किसानों की जरूरतों को पूरा करने के लिए लॉकडाउन की अवधि के दौरान उन्हें समय पर मध्यावधि मुआवजा दिया था.
— बी एस नाईक
(जिला - बेलगावी)
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